उरला -सरोरा मार्ग की हालत भयानक गयी है
जिस औधोगिक शेत्र से शाशन को करोड़ो रुपये का रजस्व प्राप्त होता हैं, वहां की सड़कें जर-जर हालत में है./ इस औधोगिक शेत्र में काम करने वाले मजदूर , कर्मचारी रोज इस गडढे नुमा रास्ते से आना जाना करते हैन. इनकी समस्या का सुध लेनेवाला कोई नहीं है ./ बेचारे रोजी रोटी के लिए और अपना परिवार चलाने के लिए अपनी जान जोखिम में डालकर कार्य करने आते हैं / बजरंग चौक से लेकर शिवली उद्योग तक के रस्ते हैं की भी नहीं यह समहज जे परे है / पूरा का पूरा रास्ता पानी में डूबा हुआ है और रस्ते का बड़ा-बड़ा बोल्डर बाहर निकल आया है / रोज यहाँ जाम की स्थिथि बनी रहती है साथ में अँधेरा होने के कारण दुर्घटना की स्तिथि सबसे अधिक बनी हुई है. / सन्मार्ग इंडस्ट्रीज के सामने वाले रास्ते की हालात इतनी नाजुक है की कभी भी कोई वहां गिर जाये या दुर्घटना का शिकार हो जाये /
आप फोटो देखेंगे तो आपको समहज में आएगा किस दयनीय स्तिथि में लोग यहाँ काम करने आते हैं / यह वही लोग हैं जो सर्कार बनाने में मदद करती है / बाहरी व्यवस्था सुगम होने से खाली नहीं चलेगा, अपितु अंदरूनी हालत को भी सुगम बनाना होगा , तभी तो बोल पाएंगे की हमारा रायपुर पुरे देश में अव्वल है /
पता नहीं क्यूँ शाशन / प्रशाशन इस ओर ध्यान नहीं दे रही है / मन अभी बरसात का मौसम है तो डामरीकरण नहीं होगा , परन्तु कम-से-कम यह व्यवस्था बनाया जाये की रास्ता डामरीकरण होते तक ठीक - ठाक रहे और लोगों को मुश्किलों का सामना न करना पड़े /
जिस औधोगिक शेत्र से शाशन को करोड़ो रुपये का रजस्व प्राप्त होता हैं, वहां की सड़कें जर-जर हालत में है./ इस औधोगिक शेत्र में काम करने वाले मजदूर , कर्मचारी रोज इस गडढे नुमा रास्ते से आना जाना करते हैन. इनकी समस्या का सुध लेनेवाला कोई नहीं है ./ बेचारे रोजी रोटी के लिए और अपना परिवार चलाने के लिए अपनी जान जोखिम में डालकर कार्य करने आते हैं / बजरंग चौक से लेकर शिवली उद्योग तक के रस्ते हैं की भी नहीं यह समहज जे परे है / पूरा का पूरा रास्ता पानी में डूबा हुआ है और रस्ते का बड़ा-बड़ा बोल्डर बाहर निकल आया है / रोज यहाँ जाम की स्थिथि बनी रहती है साथ में अँधेरा होने के कारण दुर्घटना की स्तिथि सबसे अधिक बनी हुई है. / सन्मार्ग इंडस्ट्रीज के सामने वाले रास्ते की हालात इतनी नाजुक है की कभी भी कोई वहां गिर जाये या दुर्घटना का शिकार हो जाये /
आप फोटो देखेंगे तो आपको समहज में आएगा किस दयनीय स्तिथि में लोग यहाँ काम करने आते हैं / यह वही लोग हैं जो सर्कार बनाने में मदद करती है / बाहरी व्यवस्था सुगम होने से खाली नहीं चलेगा, अपितु अंदरूनी हालत को भी सुगम बनाना होगा , तभी तो बोल पाएंगे की हमारा रायपुर पुरे देश में अव्वल है /