नक्सालियों ने छत्तीसगढ़ के बस्तर को किया लाल
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1 . पूर्व नेता प्रतिपक्ष महेंद्र कर्मा की मौत
2 . वर्तमान विधायक एवं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नन्द कुमार पटेल की मौत
3 पूर्व विधायक उदय मुदलियार की मौत
4 . वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री विद्या चरण शुक्ल की हालत
नाजुक।
5 . कांग्रेस नेता कवासी लखमा सहित 40 से आधिक कार्यकर्तायों की मौत
और कई अगवा
6 . पोलिस को घटनास्थल तक पहुँचने में हुई देरी।
2 . वर्तमान विधायक एवं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नन्द कुमार पटेल की मौत
3 पूर्व विधायक उदय मुदलियार की मौत
4 . वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री विद्या चरण शुक्ल की हालत
नाजुक।
5 . कांग्रेस नेता कवासी लखमा सहित 40 से आधिक कार्यकर्तायों की मौत
और कई अगवा
6 . पोलिस को घटनास्थल तक पहुँचने में हुई देरी।
छत्तीसगढ़ के इतिहास में सबसे बड़ा दुखद और शर्मनाक दिन। यह पहला बड़ा हमला है जो नक्सलियों द्वारा किसी राजनितिक पार्टी पर किया गया है। यह घटना बस्तर के दरभा में हुआ है जब कांग्रेस के आला नेता एवं पार्टी कार्यकर्ता परिवर्तन यात्रा पर निकले हुए थे। मिली जानकारी के अनुसार करीब 100 से ऊपर महिला एवं पुरुष नाक्साली थे जिन्होंने काफिले को घेरा और अँधा धुंद फायरिंग करना शुरू कर दिया। घटना स्थल पर ही कांग्रेस के कद्दावर नेता तथा पूर्व नेता प्रतिपक्ष एवं सलवा जुडूम के जन्मदाता महेंद्र कर्मा और राजनंदगांव के पूर्व विधायक उदय मुदालियर की मृत्यु हो गयी। कहा जाता है की महेंद्र कर्मा नक्सालियों के सबसे हिट लिस्ट में थे और उन्हें कमसेकम सौ गोलियां दागी गयी।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता तथा पूर्व केंद्रीय मंत्री विद्या चरण शुक्ल घायल हुए हैं , उन्हें 4-गोलियां पेट और पैर में लगी है, कवासी लखमा जो कांग्रेस के नेता हैं उन्हें भी सर पर गोली लगी है। तिस से चालीस कार्यकर्तायों के मरने की खबर है तथा 25 से अधिक घायल हैं। घायलों को जगदलपुर के हॉस्पिटल में भारती कराया गया है और जिनकी हालत ज्यादा नाजुक है उन्हें रायपुर रेफ़र कर दिया गया है।
नक्सालियों ने छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष नन्द कुमार पटेल और उनके बेटे दिनेश पटेल को नक्सालियों ने अगवा कर लिया था और सुबह सर्चिंग के दौरान दोनों की लाश जंगल में मिली।इतनी बड़ी घटना छत्तीसगढ़ में कभी नहीं हुई , यह हमला लोकतंत्र पर हमला है।
छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजित जोगी शाम को हेलीकाप्टर से रायपुर पहुँच गए थे तो वे बच गए। जोगी जी ने भाजपा सरकार पर आरोप लगाया की कांग्रेस के परिवर्तन यात्रा के लिए शाशन द्वारा सिक्यूरिटी प्रदान नहीं की गयी जबकि शाशन को मालूम था की कांग्रेस के आला नेता एवं पार्टी कार्यकर्ता बस्तर में परिवर्तन यात्रा के लिए निकले हैं। उनहोंने यह भी आरोप लगाया की भाजपा के विकास यात्रा जिसमे स्वयं मुख्यमंत्री रथ पर स्वर होकर चल रहे हैं उनके सिक्यूरिटी के लिए पूरा फ़ोर्स लगा दिया गया है। बस्तर में जहाँ नेतागण जाते हैं उसके पहले रोड ओपनिंग पार्टी चलती है जो रास्ता क्लियर है करके संकेत देता है तभी काफिला आगे बढता है, लेकिन रोड ओपनिंग पार्टी कांग्रेस को मुहैया नहीं कराई गयी।अजित जोगी ने यह भी आरोप लगाया की पुरे एरिया की रेकी भी नहीं की गयी थि न ही कोई पुलिस बल हमारे सभी लोगों के लिए मुहैया कराई गयी।यह बोलते बोलते जोगी जी के आँखों में आंसू आ गए।
एक जवान जो घायल अवस्था में हॉस्पिटल में दाखिल हुआ बता रहे थे की नक्सालियों ने नेताओं के नाम ले-लेकर पुछ रहे थे और उन्हें गाड़ीयों से निकाल -निकाल कर मर रहे थे और अँधा दुंद गोलीबारी कर रहे थे। अभी भी कई लाशे जंगले में पड़ी होगी जिन्हें धुन्दना है और जगदलपुर लाना है।
कांग्रेस ने यह भी आरोप लगाया की पूरी सरकारी मशीनरी भाजपा की विकास यात्रा में लगी है और हमारी वे पुछ परख भी नहीं कर रहे है। कांग्रेस के संसद और केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ चरणदास महंत ने कहा की भाजपा शाशन काल में नक्सालियों को बढ़ावा मिला है। इस घटना से साफ हो गया है की सुरक्षा की उदासीनता के चलते इस प्रकार की जघन्य घटना को अंजाम दिया नक्सालियों ने।
महेंद्र कर्मा - जोगी शाशन काल में कैबिनेट मंत्री रहे, और जब 2003 में भाजपा की शाशन आई तो वे नेता प्रतिपक्ष रहे। उनहोंने सलवा जुडूम शुरू किया और आदिवासियों को नक्सालियों के खिलाफ हतियार उठाने के लिए कहा। तब से वे नक्सालियों के हिट लिस्ट पर थे।उनके पास जेड प्लस सिक्यूरिटी भी था।
उदय मुदलियार - राजनंदगांव से कांग्रेस के विधायक रह चुके हैं और प्रदेश के कद्दावर कांग्रेसी नेता है।
विध्या चरण शुक्ल - स्वतंत्र सेनानी और मध्य प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री स्वर्गीय रवि शंकर शुक्ल के बेटे विध्या चरण शुक्ल 1957 में पहली बार महासमुंद, छग से संसद बने , फिर 1966 में पहली बार इंदिरा गाँधी के कैबिनेट में जगह मिली। वे लगातार 9 बार संसद रहे और केंद्र शाशन में कैबिनेट मंत्री बी रह चुके हैं। उनकी हालत अभी नाजुक है और उन्हें गुडगाँव के मेदानता हॉस्पिटल में भारती कराया गया है।
नन्द कुमार पटेल - छत्तीसगढ़ में कांग्रेस शाशन काल में कैबिनेट मंत्री रहे, वर्तमान में रायगढ़ से विधायक और छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष। उन्हें भी नक्सालियों ने मृत्यु के घाट उतर दिया साथ में उनके बेटे को भी।
आज प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह , कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गाँधी , राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गाँधी , छत्तीसगढ़ के प्रभारी बी के हरिप्रसाद , मोहसिना किदवई तथा आला अधिकारी एवं नेता रायपुर में उपस्थित हैं। डॉ रमन सिंह ने 3-दिन का राजकीय शोक घोषित किया है आगे के विकास यात्रा को स्तगित कर दिया गया है।। उनहोंने 25 तारीख की इस घटना के बाद विकास यात्रा छोड़कर रायपुर आ गए और कैबिनेट की अहम् बैठक बुलाई। आज 26 मई को कांग्रेसियों ने छत्तीसगढ़ बंध रखा है और इसकी जाँच करवाने की मांग कर रहे हैं। डॉ रमन सिंह ने इसकी न्यायिक जाँच के आदेश दे दिए हैं।
विगत दिनों (25 मई ) अजित जोगी ने छत्तीसगढ़ के राज्यपाल से भेंट कर पूरी जानकारी दी और कहा की हमे कोई भी सुरक्षा मुहैया नहीं कराया गया। उनहोंने राज्य शाशन को बर्खास्त करने की अनुशंग्षा करने के लिए कहा और राष्ट्रपति शाशन लागु करने की मांग की।
कांग्रेस ने आरोप लगाया की भाजपा सरकार अपने फायेदे के लिए सरकारी मशीनरी का दुरूपयोग कर रही है। पूरी सरकार घोटालों में लिप्त है। पुष्प स्टील के मामले में कांग्रेस ने मुख्यमंत्री का इस्तीफा माँगा है और स्वेत पत्र जरी करने के लिए कहा है। भाजपा की यात्रा का तो पुख्ता इन्तेजाम करते हैं लेकिन दुसरे राजनैतिक पार्टी का क्यूँ नहीं करते वो भी संवेदनशील जगह पर।
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